अभी जैसी खबर राजस्थान की राजधानी जयपुर से आ रही है कि सीएम अशोक गहलोत के आवास पर 106 विधायक पहुंच चुके हैं. कांग्रेस के साथ साथ निर्दल विधायक भी इनमें शामिल हैं. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बचाने के लिए 101 विधायकों की जरुरत होती है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सचिन पायलट, सिंधिया की राह पर चलने के चक्कर में बुरे फंस चुके हैं क्योंकि उनके रहने या जाने से राजस्थान की सरकार पर कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा.
विधायकों ने भाजपा के साथ जाने से किया इंकार
दावा किया जा रहा था कि सचिन पायलट के पास 30 विधायक हैं. अगर 30 विधायक होते तो फिर अशोक गहलोत के आवास पर 106 विधायक कहां से पहुंच गए ? सूत्रों की मानें तो पायलट समर्थक कई विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने से इंकार कर दिया है. इसके बाद से राजस्थान में प्रगतिशील कांग्रेस के नाम से तीसरा मोरचा बनाने की बात सामने आ रही है. न्यूज 18 की खबरों को मानें तो अभी पायलट के साथ 17 विधायक हैं.
पार्टी से निकाले जा सकते हैं पायलट
अगर पायलट के पास 17 विधायक होने की खबर सही भी है तो वो कुछ खास करने की स्थिति में नहीं है क्योंकि गहलोत के पास सरकार बचाने के बाद पूरे नंबर मौजूद हैं, पर फिर भी अगले 06 घंटे राजस्थान और कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.